Anant Kaal Sarp Dosh

अनंत कालसर्प दोष: कारण, लक्षण, प्रभाव और निवारण

अनंत कालसर्प दोष व्यक्ति के जीवन में अनेक समस्याओं को जन्म दे सकता है, लेकिन विधिवत पूजा-पाठ और उपायों से इस दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है। यदि आपको लगता है कि आपके जीवन में इस दोष के कारण बाधाएं आ रही हैं, तो किसी अनुभवी पंडित से परामर्श लेकर उचित पूजा कराएं और शिव भक्ति में मन लगाएं।

अनंत कालसर्प दोष क्या है?

भारतीय ज्योतिष में अनंत कालसर्प दोष एक विशेष प्रकार का ज्योतिषीय दोष है, जो तब बनता है जब किसी व्यक्ति की कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच आ जाते हैं। यह दोष जातक के जीवन में विभिन्न बाधाओं, संघर्षों और मानसिक तनाव को जन्म देता है। अनंत कालसर्प दोष का प्रभाव विशेष रूप से व्यक्ति के करियर, धन, स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन पर पड़ता है।

अनंत कालसर्प दोष के कारण

अनंत कालसर्प दोष का मुख्य कारण व्यक्ति के पूर्व जन्म के कर्म होते हैं। जब कोई व्यक्ति अपने पूर्व जन्म में किसी के साथ अन्याय करता है या नागों का अपमान करता है, तो उसके वर्तमान जीवन में अनंत कालसर्प दोष उत्पन्न हो सकता है।

कुंडली मे अनंत कालसर्प दोष के संकेत

  1. आर्थिक समस्या – इस दोष के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में लगातार धन हानि और आर्थिक संघर्ष बना रहता है।
  2. स्वास्थ्य समस्याएं – अनंत कालसर्प दोष के कारण अनिद्रा, मानसिक तनाव और बार-बार बीमार पड़ना आदि समस्याएँ बनी रहती है।
  3. करियर में बाधा – व्यक्ति को नौकरी में अस्थिरता और व्यापार में नुकसान देखने को मिलता है।
  4. पारिवारिक कलह – इस दोष के कारण परिवार में अशांति और वैवाहिक जीवन में समस्याएं पैदा होती है।
  5. बुरे सपने – सपनों में नागों का दिखना या डरावने दृश्य आना आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

अनंत कालसर्प दोष के प्रभाव

  1. व्यक्तिगत जीवन पर प्रभाव – इस दोष के कारण व्यक्ति के जीवन में मानसिक तनाव और आत्मविश्वास की कमी हो सकती है।
  2. पारिवारिक जीवन पर प्रभाव – अनंत कालसर्प दोष के प्रभाव से परिवार में लगातार कलह और आपसी रिश्तों में तनाव उत्पन्न हो सकता है।
  3. व्यवसाय एवं करियर पर प्रभाव – इस दोष के कारण नौकरी और व्यापार में लगातार बाधाएं आती हैं, जिससे आर्थिक समस्याएं बढ़ सकती हैं।
  4. शिक्षा पर प्रभाव – विद्यार्थियों को पढ़ाई में बाधाएं आ सकती हैं, जिससे सफलता प्राप्त करना कठिन हो सकता है।
  5. स्वास्थ्य पर प्रभाव – व्यक्ति को लंबे समय तक चलने वाली बीमारियां हो सकती हैं और शारीरिक ऊर्जा में कमी आ सकती है।

अनंत कालसर्प दोष के उपाय

  • भगवान शिव की पूजा, रुद्राभिषेक करें। महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करें। सोमवार के दिन शिवलिंग पर कच्चा दूध और जल अर्पित करें।
  • नाग देवता की पूजा करें, विशेष रूप से नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करें। नागों को दूध अर्पित करें और उनकी रक्षा का संकल्प लें।
  • राहु-केतु ग्रह शांति जाप करना लाभदायक माना जाता है, राहु और केतु के शांति मंत्रों का जाप करने से कालसर्प दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
  • नियमित रूप से गाय को चारा खिलाएं। गरीबों और ब्राह्मणों को दान दें। प्रत्येक अमावस्या को पीपल के वृक्ष की पूजा करें।

अनंत कालसर्प दोष निवारण पूजा

अनंत कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए विशेष पूजा-अनुष्ठान किया जाता है। यह पूजा विशेषकर उज्जैन, त्र्यंबकेश्वर, और काशी जैसे धार्मिक स्थलों पर कराई जा सकती है। इस पूजा के दौरान विशेष मंत्रों का जाप, नाग देवता की पूजा, और भगवान शिव का अभिषेक किया जाता है। पूजा विधि में कालसर्प दोष निवारण पूजन, महामृत्युंजय जाप और राहु-केतु ग्रह शांति पूजा शामिल होती है।

इस पूजा को करने के लिए आप उज्जैन के योग्य और अनुभवी पंडित की सहायता ले सकते है। यह पूजा विधिपूर्वक करने से कालसर्प दोष के प्रभावों को कम किया जा सकता है और जीवन में सुख-समृद्धि लाई जा सकती है। साथ ही, इस दौरान श्रद्धालु को सात्विक आहार, संयमित जीवनशैली और सकारात्मक सोच अपनानी चाहिए, जिससे पूजा का अधिकतम लाभ मिल सके।

अनंत कालसर्प दोष पूजा कैसे कराएं ?

अनंत कालसर्प दोष पूजा कराने के लिए सबसे पहले त्र्यंबकेश्वर के योग्य और अनुभवी पंडित का चयन करें। पूजा के लिए शुभ तिथि और स्थान का निर्धारण करें, जैसे त्र्यंबकेश्वर। पंडित जी को दोष निवारण पूजाओं का 15 वर्षो से अधिक अनुभव प्राप्त है। नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें और आज ही अपनी पूजा बुक करें।

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