पद्म कालसर्प दोष क्या है?

पद्म कालसर्प दोष क्या है? जाने पूरी जानकारी

पद्म कालसर्प दोष ज्योतिष शास्त्र में वर्णित एक विशेष प्रकार का कालसर्प योग है। यह दोष तब बनता है जब किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु पंचम भाव (संतान, शिक्षा, प्रेम, और बुद्धि का घर) में और केतु एकादश भाव (लाभ, आय, और सामाजिक संबंधों का घर) में स्थित होता है, और शेष सभी ग्रह इन दोनों के बीच में आ जाते हैं। यह स्थिति व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की चुनौतियां और बाधाएं उत्पन्न कर सकती है।

त्र्यंबकेश्वर, नासिक में स्थित एक पवित्र ज्योतिर्लिंग स्थल है, जहाँ कालसर्प दोष की शांति हेतु विशेष पूजा विधि संपन्न की जाती है। यह पूजा वैदिक विधि से की जाती है और इसके लिए अनुभवी पंडितों का मार्गदर्शन आवश्यक होता है। पंडित कैलाश शास्त्री जी के नेत्रत्व में कालसर्प दोष पूजा त्र्यंबकेश्वर में कराये और दोष से मुक्ति पाएँ।

पद्म कालसर्प दोष के प्रभाव

इस दोष के कारण व्यक्ति को निम्नलिखित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है:

  • संतान प्राप्ति में विलंब: संतान सुख में बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं।
  • बुद्धि और शिक्षा में बाधाएं: एकाग्रता में कमी और अध्ययन में रुकावटें आ सकती हैं।
  • मनोबल में गिरावट: आत्मविश्वास की कमी और मानसिक तनाव का अनुभव हो सकता है।
  • रचनात्मकता में कमी: सृजनात्मक कार्यों में रुचि की कमी हो सकती है।
  • गुप्त शत्रुओं का भय: छिपे हुए शत्रुओं से नुकसान की संभावना रहती है।
  • आर्थिक समस्याएं: धन हानि और आर्थिक अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है।
  • दाम्पत्य जीवन में तनाव: वैवाहिक जीवन में मतभेद और तनाव की स्थिति बन सकती है।

पद्म कालसर्प दोष के लक्षण

पद्म कालसर्प दोष से प्रभावित व्यक्ति में निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं:

  • प्रेम संबंधों में बार-बार असफलता।
  • संतान प्राप्ति में कठिनाई या संतान के साथ तनाव।
  • शिक्षा में असफलता या एकाग्रता की कमी।
  • सामाजिक जीवन में अपमान या तनाव।
  • मानसिक अशांति और चिंता।
  • आर्थिक समस्याएं, जैसे आय में कमी।

पद्म कालसर्प दोष के उपाय

  • शिव पूजा: सोमवार को महामृत्युंजय मंत्र का जाप और रुद्राभिषेक।
  • नाग देवता की पूजा: नाग पंचमी पर विशेष पूजा।
  • रत्न धारण: ज्योतिषी की सलाह पर गोमेद (राहु) और लहसुनिया (केतु)।
  • दान: गरीबों को भोजन और वस्त्र दान करना।
  • मंत्र जाप: गायत्री मंत्र का नियमित जाप।

नासिक में पद्म कालसर्प दोष निवारण पूजा

पद्म कालसर्प दोष के निवारण के लिए सबसे प्रभावी उपायों में से एक है नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में की जाने वाली कालसर्प दोष शांति पूजा। यह मंदिर भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है और कालसर्प दोष के निवारण के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इस पूजा से व्यक्ति को मानसिक शांति, आर्थिक स्थिरता, और पारिवारिक सुख की प्राप्ति होती है।

पद्म कालसर्प दोष के प्रभावों से मुक्ति पाने के लिए त्र्यंबकेश्वर में विधिपूर्वक पूजा कराना अत्यंत लाभकारी होता है। यह पूजा जातक के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सहायक होती है।

पद्म कालसर्प दोष पूजा की विधि

त्र्यंबकेश्वर मंदिर में कालसर्प दोष निवारण पूजा निम्नलिखित चरणों में संपन्न की जाती है:

  1. कुशावर्त कुंड में स्नान: पूजा की शुरुआत कुशावर्त कुंड में स्नान से होती है, जो त्र्यंबकेश्वर मंदिर के पास स्थित एक पवित्र तीर्थ है। यह स्नान व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से शुद्ध करता है।
  2. शिवलिंग की पूजा: मंदिर में भगवान शिव के शिवलिंग की विशेष पूजा की जाती है। इसमें दूध, जल, बिल्वपत्र, और अन्य पूजा सामग्री से अभिषेक किया जाता है।
  3. वैदिक मंत्रों के साथ हवन: पूजा के दौरान वैदिक मंत्रों का जाप और हवन किया जाता है। यह दोष के नकारात्मक प्रभाव को कम करने में सहायक होता है।
  4. दान: पूजा के अंत में गरीबों, ब्राह्मणों, या मंदिर को दान देना आवश्यक होता है। यह दान भोजन, वस्त्र, या धन के रूप में हो सकता है।
  5. प्रसाद वितरण: पूजा के सफल समापन के बाद प्रसाद का वितरण किया जाता है।

मुहूर्त: पूजा के लिए शुभ मुहूर्त का चयन महत्वपूर्ण है, जिसके लिए ज्योतिषी की सलाह ली जा सकती है।

पद्म कालसर्प पूजा के लाभ

त्र्यंबकेश्वर में की जाने वाली इस पूजा के कई लाभ हैं जो की निम्नानुसार है:

  • मानसिक शांति: व्यक्ति को तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है।
  • आर्थिक स्थिरता: आर्थिक समस्याओं का समाधान और आय में वृद्धि।
  • पारिवारिक सुख: घर में सुख-शांति और संबंधों में सुधार।
  • संतान संबंधी समाधान: संतान प्राप्ति की बाधाएं दूर होती हैं।
  • शिक्षा और करियर: पढ़ाई और नौकरी में सफलता।

पद्म कालसर्प पूजा का खर्च

पद्म कालसर्प पूजा का खर्च चयनित पंडित और पूजा की विधि पर निर्भर करता है। सामान्यतः, समूह पूजा का खर्च ₹2,100 से ₹7,500 तक हो सकता है, जबकि विशेष पूजा के लिए खर्च ₹8000+तक हो सकता है।

त्र्यंबकेश्वर में कालसर्प दोष पूजा बुकिंग कैसे करें?

यदि आप त्र्यंबकेश्वर में पूजा कराने की योजना बना रहे हैं, तो कालसर्प दोष पूजा बुकिंग के लिए पंडित कैलाश शास्त्री जी से संपर्क करें और पूजा की सटीक जानकारी प्राप्त करे।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *