सावन में कालसर्प पूजा का महत्व

सावन में कालसर्प पूजा का महत्व: क्यों है यह समय सबसे शुभ?

सावन मास, जो भगवान शिव को समर्पित है, हिंदू धर्म में सबसे पवित्र महीनों में से एक माना जाता है। इस मास में की जाने वाली पूजाएँ और अनुष्ठान विशेष रूप से शक्तिशाली और प्रभावी होते हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है कालसर्प पूजा, जो कुंडली में कालसर्प दोष के दुष्प्रभावों को शांत करने के लिए किया जाता है।

सावन में कालसर्प पूजा कराना अत्यंत शुभ माना जाता है, क्योंकि इस समय शिव की कृपा और ग्रहों की शुभ स्थिति दोष निवारण को प्रभावी बनाती है।

कालसर्प दोष क्या है?

कालसर्प दोष तब बनता है जब किसी व्यक्ति की कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच स्थित हो जाते हैं। यह एक ज्योतिषीय स्थिति है, जो जीवन में अचानक बाधाएं, मानसिक अशांति, धन हानि, वैवाहिक समस्याएं, स्वास्थ्य समस्याएं और कार्यों में बार-बार असफलता का कारण बनता है।

कालसर्प पूजा इस दोष के नकारात्मक प्रभावों को शांत करने और जीवन में सुख-समृद्धि लाने का सबसे प्रभावी वैदिक उपाय है। सावन मास में यह पूजा भगवान शिव और नाग देवता की कृपा से और भी शक्तिशाली हो जाती है।

सावन मास में त्र्यंबकेश्वर में कालसर्प पूजा करना एक शक्तिशाली और प्रभावी उपाय है। यह न केवल कालसर्प दोष को दूर करता है, बल्कि भक्त को आध्यात्मिक और मानसिक रूप से भी सशक्त बनाता है।

सावन में कालसर्प पूजा का क्या महत्व है?

सावन मास (जुलाई–अगस्त) भगवान शिव का प्रिय महीना है, और इस दौरान उनकी पूजा-अर्चना विशेष फलदायी होती है। सावन में कालसर्प पूजा का महत्व कई कारणों से बढ़ जाता है। सबसे पहले, सावन भगवान शिव की कृपा का समय है, और कालसर्प पूजा में शिव और नाग देवता की पूजा प्रमुख होती है। यह पूजा राहु और केतु के दुष्प्रभावों को शांत करने में मदद करती है, जो सावन की आध्यात्मिक ऊर्जा के कारण अधिक प्रभावी होती है।

ज्योतिष में यह माना जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष, राहु-केतु का प्रभाव या ग्रहण दोष होता है, उन्हें सावन में नाग पंचमी पर पूजा अवश्य करनी चाहिए। यह दिन उन दोषों के निवारण का सबसे प्रभावी अवसर होता है। इस दौरान शिवलिंग का जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और विशेष पूजाएं की जाती हैं।

भगवान शिव को “नागराज वासुकी” अपने गले में धारण किए हुए दर्शाए जाते हैं। सावन महीना भगवान शिव को समर्पित होता है, और नाग पंचमी उन्हीं के प्रिय नागों की आराधना का दिन है। इस दिन नागों की पूजा करने से शिवजी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

सावन का महीना कालसर्प दोष निवारण के लिए स्वर्णिम अवसर है। नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में की गई यह पूजा न केवल ग्रह दोषों को शांत करती है, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और स्थिरता भी लाती है। यदि आपकी कुंडली में कालसर्प योग है, तो सावन में इस पूजा को अवश्य कराएं और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें।

सावन मास और शिव की कृपा प्राप्ति

सावन का महीना, भगवान शिव को समर्पित है और यह पूरे वर्ष का सबसे पवित्र और ऊर्जावान समय माना जाता है। इस माह में शिव पूजन, जलाभिषेक, रुद्राभिषेक, नाग पूजन और कालसर्प दोष निवारण जैसे अनुष्ठानों का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि सावन में भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं और कालसर्प दोष जैसे जटिल योगों का प्रभाव भी शीघ्र ही शांत हो जाता है। इसलिए सावन में कालसर्प पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है।

सावन में पितृ तर्पण का महत्व क्या है?

सावन मास में त्र्यंबकेश्वर की आध्यात्मिक ऊर्जा अपने शिखर पर होती है। यहाँ की पवित्र गोदावरी नदी में स्नान और पूजा करने से मन और शरीर की शुद्धि होती है। सावन में पितृ तर्पण का भी विशेष महत्व है। कालसर्प दोष से जुड़ा पितृ दोष भी इस दौरान शांत होता है। त्र्यंबकेश्वर में पितरों के लिए तर्पण करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है और दोष का प्रभाव कम होता है।

सावन में सोमवार के दिन कालसर्प पूजा का महत्व

सावन के सोमवार भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माने जाते हैं। इन दिनों में कालसर्प पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और दोष से उत्पन्न समस्याओं से मुक्ति मिलती है।

सावन में कालसर्प पूजा के क्या लाभ है?

  • शिव की विशेष कृपा से कालसर्प दोष की तीव्रता में कमी आती है
  • जीवन में रुके हुए कार्य पुनः गति पकड़ते हैं
  • राहु-केतु के अशुभ प्रभाव शांत होते हैं
  • करियर, विवाह, संतान और स्वास्थ्य संबंधी बाधाएं दूर होती हैं
  • मानसिक शांति और आत्मबल में वृद्धि होती है
  • आध्यात्मिक रूप से भी व्यक्ति मजबूत होता है

सावन में पूजा के सर्वोत्तम दिन कौन से है?(शुभ मुहूर्त 2025)

  • हर सावन सोमवार
  • नाग पंचमी (सावन शुक्ल पंचमी)
  • अमावस्या या पूर्णिमा
  • राहु काल के बाद का मुहूर्त

त्र्यंबकेश्वर में कालसर्प पूजा बूकिंग कैसे करे?

त्र्यंबकेश्वर में सावन के महीने में पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। इस पवित्र समय में यहाँ पूजा करने से जीवन की चुनौतियों का सामना करने की शक्ति मिलती है और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। नीचे दिये नंबर पर कॉल करे और आज ही अपनी पूजा बुक करें तथा कालसर्प दोष के नकारात्मक प्रभावों से छुटकारा पाये।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *