महापद्म कालसर्प दोष क्या है? कहाँ और कैसे कराये पूजा
महापद्म कालसर्प दोष एक ज्योतिषीय योग है, महापद्म कालसर्प दोष कालसर्प योग के 12 प्रकारों में से छठा प्रकार है, जो कुंडली में राहु के छठे भाव और केतु के बारहवें भाव में स्थित होने पर बनता है। इस दौरान अन्य सभी ग्रह (सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि) राहु-केतु के बीच आ जाते हैं, जिससे व्यक्ति के जीवन में नकारात्मक प्रभाव बढ़ते हैं
यह दोष स्वास्थ्य समस्याएं, शत्रुओं से परेशानी, कानूनी विवाद, आर्थिक तंगी, और मानसिक अशांति ला सकता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति को बार-बार रोग, कर्ज, या छिपे हुए शत्रुओं का सामना करना पड़ सकता है। इसका नाम हिंदू धर्म में नाग देवता के एक रूप “महापद्म नाग” से लिया गया है।
ज्योतिषियों के अनुसार, यह दोष पिछले जन्मों के कर्मों का परिणाम हो सकता है, जो वर्तमान जीवन में स्वास्थ्य, धन और मानसिक शांति को प्रभावित करता है। यह दोष व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक चुनौतियों से जूझने के लिए मजबूर कर सकता है।
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महापद्म कालसर्प दोष के प्रभाव कौन-कौन से है?
महापद्म कालसर्प दोष के हानिकारक प्रभाव जीवन के कई क्षेत्रों पर पड़ते हैं। स्वास्थ्य के संबंध में यह बार-बार बीमारियाँ, मानसिक तनाव और शारीरिक कमजोरी ला सकता है। पारिवारिक समस्याएँ जैसे घर-परिवार मे अशांति का महोल बना रहता है। शत्रुओं से संबंधित परेशानियाँ जैसे छिपे हुए दुश्मन, कानूनी विवाद और सामाजिक अपमान भी इसके प्रभाव में शामिल हैं।
आर्थिक रूप से यह दोष कर्ज, धन हानि और वित्तीय संकट का कारण बन सकता है। मानसिक स्तर पर तनाव, चिंता और पारिवारिक कलह की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। साथ ही, यह आध्यात्मिक विकास और मोक्ष की राह में भी बाधा डाल सकता है।
महापद्म कालसर्प दोष निश्चित रूप से जीवन में कई चुनौतियाँ ला सकता है, लेकिन सही जानकारी, उपायों और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से इसका प्रभाव कम किया जा सकता है। त्र्यंबकेश्वर में महापद्म कालसर्प दोष पूजा सबसे प्रभावी उपाय है जो इस दोष से मुक्ति दिला सकती है।
महापद्म कालसर्प दोष के क्या उपाय है?
महापद्म कालसर्प दोष के नकारात्मक प्रभावों और जीवन मे आ रही सभी समस्याओ से छुटकारा पाने के लिए कालसर्प दोष के उपायो को अपनाकर अपने जीवन को सुखमय बनाए। धार्मिक उपायों में हर सोमवार को भगवान शिव की पूजा करना, रुद्राभिषेक करना और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना शामिल है। नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा करना भी लाभकारी होता है।
ज्योतिषीय उपायों में राहु के लिए गोमेद और केतु के लिए लहसुनिया रत्न धारण करना शामिल है, लेकिन इसे केवल ज्योतिषी की सलाह पर ही करें। सावन के महीने में शिवलिंग पर दूध और जल चढ़ाना, शनिवार को कोयले के टुकड़े पानी में डालना और त्र्यंबकेश्वर मंदिर में कालसर्प दोष निवारण पूजा करवाना प्रभावी माना जाता है।
- शिव पूजा: सोमवार/शनिवार को काले तिल मिले गंगाजल से शिवलिंग अभिषेक।
- मंत्र जाप: महामृत्युंजय मंत्र या “ॐ नमः शिवाय” का नियमित पाठ।
- दान: सफेद वस्तुएँ (दूध, चावल, सफेद कपड़ा) दान करना।
- तांबे का यंत्र: राहु यंत्र धारण करना।
त्र्यंबकेश्वर में कैसे कराये महापद्म कालसर्प दोष निवारण पूजा?
त्र्यंबकेश्वर, नासिक में स्थित एक पवित्र ज्योतिर्लिंग स्थल है, जहाँ कालसर्प दोष की शांति हेतु विशेष पूजा विधि संपन्न की जाती है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर में कालसर्प दोष निवारण पूजा का विशेष महत्व है। यह पूजा वैदिक मंत्रों, हवन और दान के साथ की जाती है। इस पूजा से मानसिक शांति, आर्थिक स्थिरता और पारिवारिक सुख में वृद्धि होती है। इसे किसी अनुभवी पंडित के मार्गदर्शन में करवाना चाहिए ताकि इसका पूरा लाभ मिल सके। यह पूजा न केवल दोष के प्रभाव को कम करती है, बल्कि जीवन में सकारात्मक बदलाव भी लाती है।
महापद्म कालसर्प दोष पूजा की विधि
- ब्राह्मण भोजन और दक्षिणा: पूजा के पश्चात ब्राह्मणों को भोजन और दक्षिणा दी जाती है।
- पवित्र स्नान: पूजा से पूर्व गोदावरी नदी या कुशावर्त कुंड में स्नान करना आवश्यक है।
- संकल्प: पूजा की शुरुआत संकल्प लेने से होती है, जिसमें पूजा का उद्देश्य और देवताओं का आह्वान किया जाता है।
- गणेश पूजन: सभी अनुष्ठानों से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है।
- नवग्रह पूजन: नवग्रहों की शांति हेतु पूजा की जाती है।
- राहु-केतु पूजन: विशेष मंत्रों द्वारा राहु और केतु की पूजा की जाती है।
- नाग पूजन: नाग देवता की पूजा और अभिषेक किया जाता है।
- हवन और आहुतियाँ: विशेष हवन द्वारा दोष की शांति की जाती है।
त्र्यंबकेश्वर में महापद्म कालसर्प पूजा का खर्च
पूजा का खर्च चयनित पंडित और पूजा की विधि पर निर्भर करता है। सामान्यतः पूजा का खर्च ₹2,100 से ₹3,500 तक हो सकता है, जबकि विशेष पूजा के लिए खर्च ₹5,100 तक हो सकता है। पूजा का सटीक खर्च जानने के लिए पंडित कैलाश शास्त्री जी से नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करके संपर्क करें।
त्र्यंबकेश्वर में महापद्म कालसर्प पूजा कैसे बुक करें?
यदि आप भी अपनी जीवन में आ रही तमाम परेशानियों को लेकर चिंतित है तो आज ही अपनी परेशानी से छुटकारा पाये और त्र्यंबकेश्वर में कालसर्प दोष निवारण पूजा सम्पन्न कराएं। पंडित जी को दोष निवारण पूजाओं में योग्यता प्राप्त है।