कालसर्प दोष का एक रामबाण उपाय
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कालसर्प दोष दूर करने का 1 रामबाण उपाय

कालसर्प दोष एक ऐसी गंभीर समस्या है जो व्यक्ति के जीवन मे अनेक प्रकार की परेशानियाँ पैदा करता है। कालसर्प दोष एक ज्योतिषीय दोष है जो तब उत्पन्न होता है जब कुंडली के सभी ग्रह राहु और केतु के बीच स्थित हो जाते हैं। यह दोष व्यक्ति के जीवन में अनेक समस्याएं उत्पन्न करता है, जैसे स्वास्थ्य संबन्धित समस्याएं ,आर्थिक परेशानियां, वैवाहिक जीवन में तनाव, और करियर में अस्थिरता।

कालसर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति को अकसर संघर्षपूर्ण जीवन जीना पड़ता है। हालांकि, इस दोष के प्रभाव को कम करने के लिए कुछ विशेष उपाय हैं। इनमें सबसे प्रभावी उपाय है कालसर्प दोष निवारण पूजा है। कालसर्प दोष का एक मात्र रामबाण उपाय कालसर्प दोष निवारण पूजा है, पूजा के बाद कुंडली से दोष सदैव के लिए समाप्त हो जाता है।

कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए और भी विभिन्न प्रकार के उपायों को करने का सुझाव दिया जाता हैं, जो की निम्नानुसार है, लेकिन सबसे प्रभावी और प्राचीन उपाय कालसर्प दोष निवारण पूजा है।

1. त्र्यंबकेश्वर में कालसर्प दोष निवारण पूजा

त्र्यंबकेश्वर कालसर्प दोष निवारण पूजा के लिए प्राचीन, पवित्र एवं प्रसिद्ध स्थान है। यहां पवित्र मंत्रों और विधिवत पूजा के माध्यम से दोष का निवारण किया जाता है। इस पूजा में विशेष रूप से भगवान शिव की आराधना की जाती है।

कालसर्प पूजा की प्रक्रिया :

  • कुंडली का विश्लेषण करके दोष की पहचान की जाती है।
  • शिवलिंग पर विशेष अभिषेक किया जाता है।
  • नाग और नागिन के जोड़े को जल में प्रवाहित किया जाता है।
  • अंत में, हवन और आरती की जाती है।

कालसर्प दोष पूजा खर्च:

पूजा का शुल्क व्यक्ति की कुंडली पर निर्भर करता है, की कुंडली मे कालसर्प दोष के अलावा अन्य कोई दूसरा दोष तो नहीं है। सामान्यतः यह ₹2,500 से ₹10,000 तक हो सकता है।

2. महामृत्युंजय मंत्र का जाप :-

महामृत्युंजय मंत्र को कालसर्प दोष के दुष्प्रभव को कम करने के लिए अत्यधिक प्रभावी माना गया है। यह मंत्र इस प्रकार है:

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।।

रोजाना 108 बार इस मंत्र का जाप करने से दोष का प्रभाव कम होता हैं और मानसिक शांति मिलती है।

3. राहु-केतु ग्रह शांति पूजा :-

कुंडली मे कालसर्प दोष राहु और केतु के कारण ही बनता है। ग्रहों को शांत करने के लिए विशेष पूजाएं की जाती हैं। यह पूजा मंदिरों में पंडित जी की सहायता से करवाई जा सकती है।

पूजा में शामिल प्रमुख चरण :

  • राहु के लिए नीले फूल और केतु के लिए दुर्वा अर्पित करना।
  • तिल और गुड़ का दान करना।
  • हवन में विशेष मंत्रों का उच्चारण।

अन्य उपाय:

निम्नलिखित उपायो को अपनाकर कालसर्प दोष के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है-

  1. शिवलिंग पर अभिषेक :– भगवान शिवजी की आराधना करे, शिवलिंग पर कच्चा दूध, जल, और बेलपत्र, चढ़ाएं। सोमवार के दिन विशेष रूप से पूजा करें।
  2. सर्प के प्रतीक की पूजा :– नाग पंचमी के दिन सर्प की पूजा करें, कालसर्प योग के प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है।
  3. दान और सेवा :- गरीबों को भोजन, वस्त्र, और धन का दान करें, गौ सेवा करें और अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाएं।
  4. नियमित व्रत :- सोमवार और पंचमी तिथि के दिन व्रत रखें, भगवान शिव की आराधना करें।
  5. रत्न धारण :- कुंडली के अनुसार गोमेद धारण करें, यह राहु और केतु के नकारात्मक प्रभाव को कम करता है।

कालसर्प दोष पूजा के फायदे :-

कालसर्प दोष निवारण पूजा करवाने से व्यक्ति के जीवन मे आ रही अनेक प्रकार की समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इस दोष के निवारण के उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में शांति और स्थिरता ला सकते हैं।त्र्यंबकेश्वर में कालसर्प दोष निवारण पूजा या महामृत्युंजय मंत्र का जाप सबसे प्रभावी उपाय हैं। कालसर्प दोष निवारण के कई फायदे होते है जो की निम्नानुसार है :-

  1. जीवन में स्थिरता :- आर्थिक और पारिवारिक जीवन में सुधार।
  2. स्वास्थ्य लाभ :- रोगों से मुक्ति और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार।
  3. मानसिक शांति :- तनाव और चिंता से राहत।
  4. सकारात्मक ऊर्जा :- जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का आगमन।
  5. रिश्तों में मधुरता :- पारिवारिक और वैवाहिक जीवन में सुधार।

त्र्यंबकेश्वर मे कालसर्प दोष पूजा कैसे बुक करे?

त्र्यंबकेश्वर मंदिर महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित है, और कालसर्प दोष पूजा के लिए प्रसिद्ध स्थान है। यहां पर योग्य और अनुभवी पंडित विशेषतः विधिवत रूप से यह पूजा करवाते हैं। अगर आप त्र्यंबकेश्वर में कालसर्प दोष पूजा बुक करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गएउपायो का पालन करें :-

  • सबसे पहले पंडित कैलाश शास्त्री जी से वेबसाइट या आधिकारिक नंबर के ज़रिए संपर्क करें।
  • पंडित जी को अपनी कुंडली का विवरण दें।
  • अपनी जन्मतिथि, समय और स्थान का विवरण दें।
  • पंडित जी से पूजा का समय तय करें।
  • पूजा से एक दिन पहले या पूजा से पहले त्रयम्ब्केश्वर पहुँचे।

पूजा की प्रक्रिया और शुल्क की जानकारी लें :-

कालसर्प दोष पूजा में सामान्यतः 2-3 घंटे का समय लगता है। पूजा की प्रक्रिया इस प्रकार है:

  1. विशेष मंत्रों का जाप।
  2. शिवलिंग पर रुद्राभिषेक।
  3. नाग-नागिन जोड़े की पूजा।
  4. हवन और आरती।

पंडित कैलाश शास्त्री जी से कैसे संपर्क करें?

यदि आप भी अपने जीवन में कालसर्प दोष से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आज ही पंडित कैलाश शास्त्री जी से संपर्क करें।

  • कॉल करें: 8421048228
  • व्हाट्सएप पर संदेश भेजें: 8421048228
  • ईमेल करें: [email protected]

पंडित जी के साथ कालसर्प दोष निवारण पूजा कराकर, आप अपने जीवन की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। पूजा के बाद जीवन मे सुख शांति मे वृद्धि होती है।

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