जाने कालसर्प दोष के लक्षण व उपाय क्या है?

जाने कालसर्प दोष के लक्षण व उपाय क्या है?

कई लोगों के जीवन में ऐसा समय आता है जब मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिलती। काम बनते-बनते रुक जाते हैं, मन अशांत रहता है और जीवन में बार-बार परेशानियाँ आती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसी स्थिति का एक कारण कालसर्प दोष भी हो सकता है।

कालसर्प दोष के कारण जीवन में कई तरह की समस्याएँ और सही जानकारी, श्रद्धा और उचित उपाय से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। यदि जीवन में लगातार परेशानी चल रही है, तो कुंडली जाँच कराएँ और त्र्यंबकेश्वर में कालसर्प दोष पूजा पूरी विधि के साथ सम्पन्न कराएँ।

कालसर्प दोष क्या होता है?

जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में राहु और केतु के बीच सभी ग्रह आ जाते हैं, तब कालसर्प दोष बनता है।
राहु और केतु छाया ग्रह माने जाते हैं, जिनका प्रभाव व्यक्ति के मन, कर्म और जीवन की दिशा पर पड़ता है।

कालसर्प दोष को कोई श्राप नहीं बल्कि पिछले कर्मों का परिणाम माना जाता है।

कालसर्प दोष होने के कारण क्या है?

  • पूर्व जन्म के अधूरे कर्म
  • नाग देवता से जुड़ा दोष
  • पितरों की असंतुष्टि
  • राहु-केतु का अशुभ स्थिति में होना
  • धार्मिक कर्मों की कमी

कालसर्प दोष के लक्षण क्या है? कुंडली में दोष को कैसे पहचाने?

  1. जीवन में बार-बार रुकावट: मेहनत के बाद भी काम पूरे न होना, योजनाएँ आख़िरी समय में बिगड़ जाना
  2. नौकरी और व्यापार में समस्या: नौकरी में स्थिरता न रहना, व्यापार में नुकसान, प्रमोशन या सफलता में देरी
  3. विवाह से जुड़ी परेशानी: विवाह में अधिक विलंब, रिश्ते तय होकर टूट जाना, दांपत्य जीवन में तनाव
  4. धन की समस्या: अचानक खर्च बढ़ जाना, कर्ज की स्थिति बनना, पैसा टिक न पाना
  5. मानसिक तनाव: बिना कारण डर लगना, मन अशांत रहना, आत्मविश्वास की कमी
  6. स्वास्थ्य समस्याएँ: बार-बार बीमार पड़ना, नींद न आना, दवाइयों का असर कम होना
  7. संतान से संबंधित कष्ट: संतान प्राप्ति में देरी, संतान का बार-बार बीमार होना

कालसर्प दोष के सरल और प्रभावी उपाय कौन-कौन से है?

शिव जी की पूजा
  • हर सोमवार शिवलिंग पर जल चढ़ाएँ
  • बेलपत्र अर्पित करें
  • “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें
महामृत्युंजय मंत्र का जाप

यह मंत्र भय, रोग और मानसिक तनाव को कम करता है।

नाग देवता की पूजा
  • नाग पंचमी के दिन विशेष पूजा
  • नाग देवता से जुड़ा दान
  • सर्प प्रतीक का सम्मान
दान और अच्छे कर्म
  • काले तिल, अन्न और वस्त्र का दान
  • जरूरतमंद लोगों की मदद
  • पितरों के लिए तर्पण

कालसर्प दोष पूजा

कालसर्प दोष से शांति के लिए यह सबसे प्रभावी उपाय माना जाता है।
यह पूजा विशेष रूप से त्र्यंबकेश्वर (नाशिक) में करना बहुत शुभ माना जाता है।

लाभ:

  • राहु-केतु के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं
  • जीवन में स्थिरता आती है
  • मानसिक शांति मिलती है

कालसर्प दोष पूजा का शुभ समय कौन- सा है?

  • अमावस्या
  • सोमवती अमावस्या
  • नाग पंचमी
  • श्रावण मास
  • कुंडली के अनुसार शुभ मुहूर्त

त्र्यंबकेश्वर में कालसर्प दोष पूजा में कितना खर्च आता है?

कालसर्प दोष पूजा का खर्च पूजा के प्रकार और विधि पर निर्भर करता है। सामान्यतः त्र्यंबकेश्वर में इसका खर्च ₹2,100 से ₹5,000 के बीच होता है। इसमें पंडित जी की दक्षिणा और पूजा सामग्री शामिल रहती है। सटीक राशि पूजा की तिथि और विशेष अनुष्ठान पर निर्भर करती है। यदि आप पूजा सटीक जानकारी चाहते है तो अभी नीचे दिए गए नंबर पर कॉल करें और पूरी जानकारी प्राप्त करें।

कालसर्प दोष शांति के लाभ क्या है?

  • जीवन की रुकावटें कम होने लगती हैं
  • नौकरी और व्यापार में सुधार आता है
  • विवाह और पारिवारिक जीवन में शांति
  • मन में सकारात्मकता और आत्मविश्वास बढ़ता है

त्र्यंबकेश्वर में कालसर्प दोष पूजा बुकिंग कैसे करें?

यदि जीवन में निरंतर रुकावटें, भय और अस्थिरता बनी हुई है, तो त्र्यंबकेश्वर के अनुभवी पंडित जी से कुंडली की जांच कराएं और दोष की पुष्टि करें कालसर्प दोष पाये जाने पर त्र्यंबकेश्वर में कालसर्प दोष पूजा अवश्य कराएँ। त्र्यंबकेश्वर में पूजा बुकिंग के लिए आज ही वहाँ के श्रेष्ठ पंडित कैलाश शास्त्री जी से संपर्क करें और अपनी पूजा बुक करें।

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