WhatsApp Image 2025 05 12 at 12 शंखपाल कालसर्प दोष: जाने इसके प्रभाव, लक्षण और निवारण के उपाय

शंखपाल कालसर्प दोष: जाने इसके प्रभाव, लक्षण और निवारण के उपाय

क्या आप अपने जीवन में बार-बार आने वाली बाधाओं, पारिवारिक तनाव, या आर्थिक परेशानियों से परेशान हैं? हो सकता है आपकी कुंडली में शंखपाल कालसर्प दोष हो। ज्योतिष शास्त्र में कालसर्प दोष एक महत्वपूर्ण योग माना जाता है, जो राहु और केतु की विशेष स्थिति के कारण बनता है। कालसर्प दोष के 12 प्रकारों में से एक है शंखपाल कालसर्प दोष, जो कुंडली में राहु के चौथे भाव और केतु के दसवें भाव में होने पर बनता है।

शंखपाल कालसर्प दोष क्या है?

शंखपाल कालसर्प दोष तब बनता है जब कुंडली में राहु चतुर्थ भाव (घर, माता, संपत्ति) में और केतु दशम भाव (करियर, सामाजिक स्थिति) में होता है, और बाकी सभी ग्रह इन दोनों के बीच में आते हैं। यह दोष शंखपाल नाग के नाम से प्रेरित है, जो हिंदू धर्म में नाग देवता का एक रूप है। ज्योतिषियों का मानना है कि यह दोष पूर्व जन्म के कर्मों का परिणाम हो सकता है, जिसके कारण व्यक्ति को वर्तमान जीवन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

शंखपाल कालसर्प दोष के प्रभाव

नकारात्मक प्रभाव

  • पारिवारिक जीवन: इस दोष के कारण माता से संबंधों में कमी, पारिवारिक तनाव, या घरेलू सुख में कमी आ सकती है।
  • आर्थिक समस्याएं: धन हानि, संपत्ति विवाद, या आर्थिक तंगी की स्थिति बन सकती है।
  • करियर: नौकरी या व्यवसाय में रुकावटें, सहकर्मियों या उच्च अधिकारियों से विवाद हो सकते हैं।
  • मानसिक स्वास्थ्य: अनजाना भय, मानसिक अशांति, या चिंता का सामना करना पड़ सकता है।
  • सामाजिक जीवन: मित्रों या रिश्तेदारों से धोखा या विश्वासघात मिल सकता है।

शंखपाल कालसर्प दोष के उपाय

धार्मिक उपाय

  • शिव पूजा: हर सोमवार को भगवान शिव की पूजा करें। रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
  • नाग पंचमी पूजा: नाग पंचमी पर नाग देवता की विशेष पूजा करें।
  • श्रीकृष्ण पूजा: अपने घर में श्रीकृष्ण की मूर्ति स्थापित करें और उनकी पूजा करें।

ज्योतिषीय उपाय

  • रत्न धारण: राहु के लिए गोमेद और केतु के लिए लहसुनिया रत्न धारण करें, लेकिन केवल ज्योतिषी की सलाह पर।
  • नारियल प्रवाह: शुक्रवार को पानी वाला नारियल नदी या बहते पानी में प्रवाहित करें।

अन्य उपाय

  • सावन के महीने में शिवलिंग पर दूध और जल चढ़ाएं।
  • शनिवार को कोयले के टुकड़े बहते पानी में डालें।
  • त्र्यंबकेश्वर मंदिर में कालसर्प दोष निवारण पूजा करवाएं।

शंखपाल कालसर्प दोष निवारण पूजा

त्र्यंबकेश्वर मंदिर में कालसर्प दोष पूजा विशेष रूप से प्रभावी मानी जाती है। इस पूजा में वैदिक मंत्रों के साथ हवन और दान किया जाता है। यह पूजा मानसिक शांति, आर्थिक स्थिरता, और पारिवारिक सुख में वृद्धि लाती है। पूजा को किसी अनुभवी पंडित के मार्गदर्शन में करवाना चाहिए।

इस दोष की शांति के लिए विशेष पूजा और अनुष्ठानों की आवश्यकता होती है। यह पूजा कुशल और अनुभवी पंडित के मार्गदर्शन में की जानी चाहिए। दोष शांति के लिए त्र्यंबकेश्वर (नासिक) या उज्जैन जैसे पवित्र स्थलों पर कालसर्प दोष शांति पूजा कराये।

शंखपाल कालसर्प दोष शांति पूजा के लाभ

  • मानसिक शांति और भय का नाश
  • साहस और आत्मबल में वृद्धि
  • भाई-बहनों के साथ मधुर संबंध
  • भाग्य का साथ मिलना और रुके हुए कार्य बनने लगते हैं
  • धार्मिक आस्था में वृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति
  • पितृदोष और पूर्व जन्मों के दोषों की भी शांति
  • व्यवसाय और नौकरी में सफलता

त्र्यंबकेश्वर में शंखपाल कालसर्प दोष पूजा कैसे बुक करें?

यदि आप अपने जीवन में शंखपाल कालसर्प दोष के कारण परेशान हैं और किसी योग्य पंडित से सटीक विधि से पूजा कराना चाहते हैं, तो हमारे अनुभवी आचार्य पंडित कैलाश शास्त्री जी द्वारा यह पूजा विधिपूर्वक कराई जाती है। वे त्र्यंबकेश्वर में सैकड़ों श्रद्धालुओं की यह पूजा करवा चुके हैं, जिससे उन्हें जीवन में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिला है।

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